पाया तो कुछ भी नहीं खोया बहोत कुछ.. हर कोई पाने की तमन्ना करता है खोने की नही.. पाया तो कुछ भी नहीं खोया बहोत कुछ.. हर कोई पाने की तमन्ना करता है खोने की नही...
गुज़रा वो वक्त जब हम साथ थे, हो गये मानो सभी आभास है, गुज़रा वो वक्त जब हम साथ थे, हो गये मानो सभी आभास है,
नन्हा सा बालक वो खेलता था सिंह से जो, शौर्य का रस रंग छलका हो भरत बनकर , धरा को अपने नन्हा सा बालक वो खेलता था सिंह से जो, शौर्य का रस रंग छलका हो भरत बनकर ...
अपना अपना करता है मन कुछ नहीं है अपना रे। अपना अपना करता है मन कुछ नहीं है अपना रे।
मेरे सामने वाले घर में, एक नए पड़ोसी आए हैं। नया नजरिया है उनका और बड़े खूबसूरती से मेरे सामने वाले घर में, एक नए पड़ोसी आए हैं। नया नजरिया है उनका और बड़े...
जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में, जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में,